गांधीनगर | मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सार्वजनिक समारोहों तथा विभिन्न यात्राओं तथा मुलाकातों के दौरान उन्हें मिलने वाली भेंट-सौगातों की बिक्री कर उससे प्राप्त आय का उपयोग कन्या शिक्षा जैसे उम्दा उद्देश्य के लिए करने की परंपरा को अधिक व्यापक बनाने के लिए इन भेंट-सौगातों की ऑनलाइन बिक्री के लिए मंगलवार को ई-पोर्टल लॉन्च किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा डिजिटल भारत अभियान को गति देने के लिए किए गए आह्वान को गुजरात ने ई-पोर्टल की इस लॉन्चिंग से और गति दी है। इससे पहले ऐसी भेंट-सौगातों की बिक्री राज्य स्तर पर आयोजित समारोहों के दौरान सार्वजनिक नीलामी के जरिये और जिला कलेक्टर के जरिये सम्बद्ध जिले में सार्वजनिक नीलामी से होती थी। अब, मुख्यमंत्री को प्राप्त होने वाली ऐसी भेंट-सौगातों की ई-नीलामी द्वारा पारदर्शी ऑनलाइन बिक्री कर कन्या शिक्षा निधि के लिए योगदान प्राप्त करने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने ऑनलाइन पोर्टल https://cmgujmemento.gujarat.gov.in लॉन्च किया है। देश के किसी भी कोने में बसने वाले लोग इस पोर्टल का लाभ लेकर सरकारी खजाने की भेंट-सौगातें ई-ऑक्शन से ऑनलाइन खरीद सकेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में अपने मुख्यमंत्रित्व काल में मुख्मयंत्री के रूप में उन्हें प्राप्त भेंट-सौगातों को सरकारी कोष में जमा करवा कर उनकी बिक्री करके, उससे प्राप्त राशि का कन्या शिक्षा के उम्दा उद्देश्य के लिए उपयोग करने की शुरुआत कराई थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘मैं मालिक नहीं, अपितु ट्रस्टी हूँ’ के उत्तम विचार के साथ भेंट-सौगातों की सार्वजनिक नीलामी करके उससे प्राप्त राशि का कन्या शिक्षा में उपयोग करने की इस परंपरा को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भी आगे बढ़ाया है। सरकारी कोष के अंतर्गत आई भेंट-सौगातों की ई-ऑक्शन द्वारा बिक्री करने की कार्यपद्धति के लिए गुजरात नर्मदा घाटी ऊर्वरक एवं रसायन (जीएनएफसी) लिमिटेड के सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) विभाग यानी एन-कोड जीएनएफसी द्वारा यह ई-नीलामी पोर्टल तैयार किया गया है। पोर्टल में राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईएफटी-निफ्ट) द्वारा भेंट-सौगातों की फोटोग्राफी के साथ वस्तुओं का कैटेगरी के अनुसार वर्गीकरण किया गया है। इन सभी वस्तुओं का अंग्रेजी एवं गुजराती भाषा में विस्तृत वर्णन भी दिया गया है। खरीदार को ई-ऑक्शन के माध्यम से भेंट-सौगातें खरीदने के लिए ई-ऑक्शन पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा तथा इसके बाद बिड सबमिट करनी होगी। ऊँचे दाम की बिड प्राप्त करने वाले को डिजिटल पेमेंट से कन्या शिक्षा निधि में भुगतान करना होगा। इसके बाद खरीदी गई वस्तु की डिलीवरी खरीदार को डाक द्वारा भेजी जाएगी।
मुख्यमंत्री का पीएम मोदी के डिजिटल भारत अभियान को गति देने वाला स्तुत्य दृष्टिकोण
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