दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में गणेश चतुर्थी से पहले ही दो गुटों के आपसी विवाद में तीन लोगों की जान चली गई. मारपीट इतना भीषण थी कि इस मारपीट में जिसके हाथ में जो लगा वह उससे ही एक दुसरे को पीटने लगा. घटना स्थल पर पड़े लकड़ी, डंडे, पत्थर, टूटी हुई कुर्सियों से अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि दो गुटों में जमकर मारपीट हुई है. इस घटना के बाद ग्रामीणों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. जिसके बाद दुर्ग एसपी ने अतिरिक्त बल लगाकर ग्राम नन्दनी खुंदनी को छावनी में तब्दील कर दिया गया. ग्रामीणों ने थाना पहुंचकर पुलिस के समय पर न पहुंचने के लिए आक्रोश भी जताया . इस घटना के दुर्ग पुलिस की पुलिसिंग व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
जिले के नंदिनी थाना क्षेत्र के ग्राम नंदिनी खुन्दिनी में 6 सितम्बर को रात 8 बजे पुराना शीतला मन्दिर गणेश समिति के डीजे में धन्नु यादव, करन यादव, वासु यादव, राजेश यादव और इनके अन्य साथी नाच रहे थे. जिसे लेकर शीतला पारा समिति ने आपत्ति जताई इस बीच धन्नू और आकाश पटेल में आपस में विवाद शुरू हो गया था. इस विवाद मे यादव मोहल्ला और शीलता पारा के युवाओं में जमकर मारपीट भी हुआ था. दूसरे दिन शनिवार को सुबह नंदनी गांव के बुजुर्गों ने बैठक कर दोनों गुटों को विवाद ख़त्म करने के लिए कहा. लेकिन गांव वालों की बात को दरकिनार कर शनिवार शाम लगभग आठ बजे वासु यादव ने आकाश पटेल को फोन किया, अगर तुझमें दम है तो कि शीतला मंदिर के पास आ जाना. धन्नू की धमकी सुनकर आकाश वहां पहुंच गया. यहां पर आकाश के पहुंचते ही धन्नु यादव ने मारपीट शुरू कर दी और आकाश पर चाकू से हमला कर दिया. उसके साथ करन यादव, वासु यादव, राजेश यादव भी आकाश को मारने लगे. यादव पारा के बदमाशों द्वारा आकाश को मारते हुए देख के आकाश के साथ गांव के अन्य 8 से 10 लड़के और आ गए और मिलकर धन्नु, करन, वासु, और राजेश यादव को लाठी-डंडे, हाथ मुक्के आदि से बुरी तरह पिटाई कर दी. जिसके चोट से करन यादव, वासु यादव, राजेश यादव की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाते वक्त मौत हो गई. इस मामले में पुलिस ने इस मारपीट में शामिल आठ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. वहीं गंभीर रूप से घायल आकाश पटेल को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
मारपीट के आरआई धन्नु यादव को भी पुलिस ने हिरासत में लिया गया है. देर रात घटना स्थल पर एसपी जितेंद्र शुक्ला स्वयं पहुंचे थे. एडिशन एसपी वेदव्रत सिरमौर, एसडीओपी संजय पुंढीर तथा नंदनी थाना प्रभारी मनीष शर्मा ने गांव के लोगों से पूछताछ की वहीं इस घटना में शामिल 8 संदिग्धों को हिरासत में लिया है. फिलहाल पुलिस ने शवों के पंचनामे के बाद अहिवारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लाल बहादुर शास्त्री असप्ताल सुपेला की मर्च्युरी में शिफ्ट कर दिया है.