78th Independence Day: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराने के बाद कहा कि 20247 तक विकसित भारत के संकल्प को हम सब मिलकर पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी देशवासी कंधे से कंधे मिलाकर चलें तो हर चुनौती को पार करते हुए हम समृद्ध भारत बना सकते हैं। विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। अगर 40 करोड़ देशवासी देश को गुलामी से मुक्त करा आजाद दिला सकते हैं तो फिर 140 करोड़ देशवासी भी समृद्ध भारत बना सकते हैं।
15 अगस्त यानी आज भारत अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं। यह देश के नाम उनका लगातार 11वां संबोधन है और लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने के बाद उनका पहला संबोधन है। स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस बार खास बात यह है कि पेरिस ओलंपिक 2024 में हिस्सा लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों को भी इस बार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बतौर अतिथि आमंत्रित किया गया है।
PM Modi ने आगे कहा कि जरा आजादी से पहले के वो दिन याद करें, जब सैकड़ों साल की गुलामी और उसका हर कालखंड संघर्ष का रहा। युवा हो, किसान हो, महिला हो या आदिवासी हों, वो गुलामी के खिलाफ जंग लड़ते रहे। इतिहास गवाह है, 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के पूर्व भी हमारे देश के कई आदिवासी क्षेत्र थे, जहां आजादी की जंग लड़ी जा रही थी।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज जो महानुभाव राष्ट्र रक्षा के लिए पूरी लगन से, पूरी प्रतिबद्धता के साथ देश की रक्षा भी कर रहे हैं और देश को नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास भी कर रहे हैं। वो हमारे किसान हैं, हमारे जवान हैं, हमारे नौजवानों के हौसले हैं, हमारी माताओं-बहनों का योगदान है, दलित-शोषित-वंचित-पीड़ित हैं।
पीएम ने कहा कि अभावों के बीच स्वतंत्रता के प्रति इनकी निष्ठा, लोकतंत्र के प्रति इनकी श्रद्धा पूरे विश्व के लिए प्रेरक घटना है।लाल किले से प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें गर्व है कि हम उन 40 करोड़ लोगों का खून अपने साथ लेकर चलते हैं, जिन्होंने भारत से औपनिवेशिक शासन को उखाड़ फेंका। आज, हम 140 करोड़ लोग हैं, अगर हम संकल्प लें और एक दिशा में एक साथ आगे बढ़ें, तो हम रास्ते की सभी बाधाओं को पार करते हुए 2047 तक विकसित भारत बन सकते हैं।
लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने कहा कि अब देश 2047 तक विकसित देश बनकर रहेगा। इसके लिए हर मुश्किल का सामना करने को हम तैयार हैं।
पीएम ने अपने संबोधन में प्राकृतिक आपदा का जिक्र किया। पीएम ने इसमें जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि भी दी।