भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता शुभेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल के कूच बिहार जिले में तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने उनकी पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा की एक महिला नेता के साथ मारपीट की। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि उन्होंने घटना के बारे में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी), राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को पत्र लिखकर 25 जून को हुई घटना की जानकारी दी और उनसे इसकी जांच कराने का अनुरोध किया। भाजपा नेता ने आरोप लगाया, 'भाजपा महिला मोर्चा की एक महिला नेता की गोखसदांगा में तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने पिटाई की। सार्वजनिक रूप से उनके कपड़े भी फाड़ दिए गए। इस समय वह एक अस्पताल में भर्ती हैं। पुलिस आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही।' अधिकारी ने उम्मीद जताई कि एनएचआरसी, एनसीडब्ल्यू और एनसीएम की टीम जल्द इलाके का दौरा करेंगी। अधिकारी ने दावा किया कि भाजपा नेता को टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा बाल पकड़कर करीब एक किलोमीटर तक खींचा गया और इस दौरान महिला नेता के कपड़े फाड़ दिए गए। पुलिस का कहना है कि पीड़िता के जीजा ने घटना के समय पीड़िता की तस्वीर ली। पुलिस का आरोप है कि झूठी अफवाहों को फैलाने के लिए ऐसा किया गया था। पुलिस का कहना है कि पीड़िता के जीजा को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके फोन को भी जब्त कर लिया गया है।
टीएमसी ने आरोपों को किया खारिज
पीड़ित महिला नेता ने भी भाजपा नेता के आरोपों की पुष्टि की। अस्पताल में संवाददाताओं से बातचीत में बताया कि 'तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने कहा कि वे मुझे भाजपा के साथ जुड़े होने की सजा दे रहे हैं।' हालांकि तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने आरोपों को निराधार बताकर खारिज कर दिया और दावा किया कि घटना संपत्ति के एक विवाद से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि टीएमसी का इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है। यह पूरा मामला संपत्ति विवाद से जुड़ा है। आरोपी निराधार और राजनीति से प्रेरित हैं। पुलिस घटना की जांच कर रही है।