विश्व प्रसिद्ध खाटू श्याम जी मंदिर में लगातार भक्तों की संख्या बढ़ती जा रही है. नए साल के पहले दिन से ही बाबा के दरबार में भक्त 12 लाइनों में बाबा श्याम के दर्शन कर रहे हैं. अब बाबा श्याम के वार्षिक मेले तक खाटू श्याम जी मंदिर में भक्तों की भीड़ रहेगी. दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हरियाणा सहित देश-विदेश श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं.
इन दिनों रींगस से खाटू धाम तक केसरिया निशान लेकर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने लगी है. तोरण द्वार, अस्पताल चौराहा, शनि मंदिर व 40 फीट नया रास्ता से होते हुए दर्शन प्रवेश द्वार से 75 फीट की 14 कतारों में लगकर बाबा श्याम के दर्शन कर रहे हैं. साथ ही अपने घर, परिवार और व्यापार की खुशहाली की कामना कर रहे हैं. इसके अलावा भक्तों की सुविधाओं के लिए मंदिर कमेटी और खाटूश्यामजी पुलिस थाने का जाब्ता, पुलिस लाइन का अतिरिक्त जाब्ता, आरएसी की बटालियन, होमगार्ड व सिक्योरिटी गार्ड्स लगातार सेवाएं दे रहे हैं.
गुलाब के फूलों से सजे बाबा श्याम
बाबा श्याम को बड़े ही मनमोहक तरीके से सजाया गया है. खाटू नरेश का लाल रंग के गुलाब के फूलों से श्रृंगार किया गया है. इसके अलावा बाबा के श्रृंगार में पीले रंग के फूलों के अभी उपयोग किया गया है. बाबा श्याम का श्रृंगार भक्तों को खूब पसंद आ रहा है. श्रृंगार के अलावा बाबा श्याम को रत्न जड़ित सोने का मुकुट भी पहनाया गया है.
कौन है बाबा श्याम
हारे के सहारे बाबा श्याम को भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है. महाभारत युद्ध के दौरान भीम के पौत्र बर्बरीक कौरवों की तरफ से युद्ध में शामिल होने जा रहे थे. बर्बरीक के पास तीन ऐसी तीर थे, जो पूरे युद्ध को पलट सकते थे. इसी को लेकर भगवान कृष्ण ने ब्राह्मण का रूप में आए और उनसे शीश दान में मांग लिया. बर्बरीक ने भी बिना संकोच किया भगवान कृष्ण को अपना शीश दान में दे दिया. तब भगवान कृष्ण ने प्रसन्न होकर बर्बरीक को कहा कि ‘बर्बरीक तुम्हें कलयुग में श्याम के नाम से पूजे जाओगे, तुम्हें लोग मेरे नाम से पुकारेंगे और तुम अपने भक्तों के हारे का सहारा बनोंगे’.