चादर का स्वागत हाजी सैयद सलमान चिश्ती एवं सैयद अफशान चिश्ती ने किया
अजमेर। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की ओर से आध्यात्मिक और सद्भाव के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ की बारगाह में अक़ीदत की चादर भेजी गई है। चादर मुबारक को अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरन रिजिजू, जमाल सिद्दीकी, किशनगढ़ संसदीय क्षेत्र से मंत्री
भागीरथ चौधरी, राजस्थान के राज्य मंत्री सुरेश सिंह रावत एवं श्रद्धालु बड़ी अक़ीदत और श्रद्धा के साथ चादर को दरबार में लेकर हाज़िर हुए। चादर मुबारक का स्वागत अजमेर शरीफ दरगाह के गद्दी नशीन हाजी सैयद सलमान चिश्ती एवं सैयद अफशान चिश्ती तथा खुद्दामे ख्वाजा गरीब नवाज समुदाय के अन्य सदस्यों ने किया। चादर मुबारक 813वें वार्षिक उर्स मुबारक के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री ने भेजी है।
हज़रात ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ का उर्स एक महत्वपूर्ण आयोजन है, जिसमें हर साल दरगाह अजमेर शरीफ के पवित्र परिसर में करीब दस लाख से अधिक ज़ायरीन आते हैं। चादर पैश करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और पूरे प्रतिनिधिमंडल का दस्तारबंदी समारोह पवित्र गर्भगृह के अंदर सैयद सलमान चिश्ती और सैयद अफशान चिश्ती गद्दी नशीन खुद्दाम ए ख्वाजा गरीब नवाज द्वारा की गई। दस्तारबंदी समारोह में देश और दुनिया में शांति, समृद्धि, एकता और सद्भाव के लिए आध्यात्मिक प्रार्थना भी की गई।
प्रधानमंत्री का शांति और आध्यात्मिक श्रद्धा का संदेश
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी श्रद्धा और सम्मान व्यक्त करते हुए शांति, एकता और हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती गरीब नवाज की आध्यात्मिक विरासत के महत्व को प्रकट करते हुए संदेश दिया। अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व एक परिवार है और हमें सभी की बिना शर्त प्रेम के साथ सेवा करना है। दरगाह अजमेर शरीफ में चादर मुबारक पेश की गई, क्योंकि यह पूज्य सूफी संत ख्वाजा गरीब नवाज की प्रेम, करुणा, समावेशिता के सार को समाहित करती है और आध्यात्मिक ज्ञान, विविधता में एकता, मानवतावाद की कालातीत शिक्षाओं पर जोर देती है।
मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने 813वें वार्षिक उर्स मुबारक के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश को पढ़ा, जिसमें विविधता में एकता के महत्व को रेखांकित किया गया, जो समावेशी मूल्यों का प्रतिध्वनित और दरगाह अजमेर शरीफ की आध्यात्मिक प्रतिध्वनि का निर्माण करते हैं। दरगाह शरीफ के पवित्र परिसर के अंदर महफिल-ए-समा खाना में भारत भर से हजारों श्रद्धालुओं और साधकों की मौजूदगी में उन्होंने आभार व्यक्त करते हुए कहा, "हम माननीय प्रधानमंत्री के इस कदम से बेहद विनम्र हैं, जो न केवल दरगाह अजमेर शरीफ की आध्यात्मिक विरासत के प्रति सम्मान और शांति व भाईचारे की सामूहिक भावना को दर्शाता है। जैसा कि हम 813वें उर्स मुबारक की शुभ यात्रा पर निकल रहे हैं, हम सभी क्षेत्रों के श्रद्धालुओं को हजरत ख्वाजा गरीब नवाज अजमेर दरगाह दरबार शरीफ में दिव्य कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए हमारे साथ शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं। उन्होंने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की ओर से अजमेर दरगाह शरीफ आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाओं की व्यवस्था करने और सुचारू प्रवाह को सुविधाजनक बनाने के लिए 800 साल पुराने खुद्दाम ए ख्वाजा गरीब नवाज सेवा समुदाय के सभी सदस्यों और दरगाह समिति के कर्मचारियों को भी धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर हाजी सैयद सलमान चिश्ती और सैयद अफशान चिश्ती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए विशेष उपहार भेंट किया, जो दरगाह अजमेर शरीफ की एक मूल तेल कैनवास सूफी कला पेंटिंग है, जिसे मंत्री किरेन रिजिजू को दरगाह अजमेर शरीफ के पवित्र तबरुकातों (प्रसाद) के साथ सौंपा गया।