रायपुर। प्रदेश कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनका कहना है कि भागवत ने 27 से 31 दिसंबर 2024 तक रायपुर के 5 दिवसीय दौरे के दौरान राजधानी में बढ़ते अपराध, नशाखोरी और चाकूबाजी की घटनाओं पर पूरी तरह चुप्पी साधे रखी। इस दौरान दो बजरंगियों की हत्या हो गई, लेकिन संघ प्रमुख ने पीड़ित परिवारों से मिलने की भी आवश्यकता नहीं समझी। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने भाजपा सरकार की कानून व्यवस्था को पूरी तरह से फेल बताया और कहा कि राजधानी में अपराधी बेखौफ होकर सड़कों पर चाकूबाजी कर रहे हैं, जबकि पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। उन्होंने यह भी सवाल किया कि संघ प्रमुख मोहन भागवत के छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान, जो खुद को परिवार का हिस्सा बताते हैं, उन्होंने पीड़ित बजरंगी परिवारों के लिए कोई बयान क्यों नहीं दिया? वर्मा ने इस चुप्पी के पीछे भाजपा सरकार का दबाव या मोहन भागवत की कोई अन्य मजबूरी होने का अंदेशा जताया। वर्मा ने आगे कहा कि भाजपा सरकार का मुख्य ध्यान केवल कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार पर है, जिसके चलते प्रदेश में नशे का अवैध कारोबार फले-फूले हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के संरक्षण में शराब और नशे का व्यापार बढ़ रहा है, और प्रदेश में हत्या, लूट, बलात्कार और गैंगवॉर जैसी घटनाएं आम हो गई हैं। उनका कहना था कि अपराधी अब सरकार के नियंत्रण से बाहर हो चुके हैं और आम जनता की सुरक्षा भी खतरे में है। कांग्रेस ने सवाल किया कि संघ प्रमुख मोहन भागवत, जो भाजपा के बैकबोन होने का दावा करते हैं, उन्होंने कानून व्यवस्था की नाकामी पर क्यों कुछ नहीं कहा? वर्मा ने कहा कि संघ को अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए यह बताना चाहिए कि क्यों संघ प्रमुख अपने 5 दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे में बढ़ते अपराध और नशाखोरी पर मौन रहे। प्रदेश कांग्रेस ने भाजपा सरकार के दोगले रवैये और कानून व्यवस्था की नाकामी के खिलाफ आवाज उठाई है।
कांग्रेस ने संघ प्रमुख मोहन भागवत और भाजपा सरकार पर निशाना साधा, हत्या और अपराध पर चुप्पी का आरोप
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News Desk
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