रायपुर : अपर मुख्य सचिव गृह एवं जेल तथा जिले के प्रभारी सचिव मनोज कुमार पिंगुआ ने कलेक्टर अवनीश शरण और एसपी रजनेश सिंह के साथ कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बिलासपुर का मुआयना कर सेंटर और आईटीएमएस की पूरी कार्यप्रणाली व संचालन को देखा। इस दौरान अपर मुख्य सचिव पिंगुआ ने कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में लगे स्क्रीन के ज़रिए पूरी प्रक्रिया का अवलोकन किया। पिंगुआ ने कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को उपयोगी बताते हुए इसकी कार्यप्रणाली की सराहना की।
कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में संचालन की पूरी प्रक्रिया को नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने विस्तार से बताया। इस दौरान प्रभारी सचिव पिंगुआ को ट्रैफिक नियम तोड़े जाने पर चालान और ट्रैफिक को व्यवस्थित करने के लिए सेंटर के उपयोग की जानकारी दी गई। पिंगुआ ने चौक में लगे विशेष प्रकार के कैमरों को मूवमेंट कराने को कहा,जिस पर विशेषज्ञों ने कैमरों को चारों तरफ घुमाकर दिखाया। प्रभारी सचिव ने आपातकालीन स्थिति और बड़े अवसरों पर इस व्यवस्था का और भी बेहतर उपयोग करने के निर्देश दिए। प्रभारी सचिव पिंगुआ ने आईटीएमएस प्रोजेक्ट के तहत बिलासपुर जिले में शिक्षा का स्तर सुधारने संचालित मिशन 90 प्रोजेक्ट की भी सराहना की। इसके अलावा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की मॉनिटरिंग को भी उहोंने देखा। आज निरीक्षण में जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल,एसडीएम पीयूष तिवारी,जीएम आईटी वाय.श्रीनिवास और स्मार्ट सिटी की टीम उपस्थित थी।
बिलासपुर में मिशन 90
जिले में शिक्षा और परिणाम का स्तर सुधारने के लिए कलेक्टर अवनीश शरण द्वारा किए जा रहे प्रयास के तहत मिशन 90 शुरू किया गया है। बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के आईटीएमएस प्रोजेक्ट के तहत टीम द्वारा एक एप तैयार किया गया है,जिसका नाम मिशन 90 रखा गया है। इस एप में जिले के सभी स्कूल,शिक्षक और छात्रों का डाटा अपलोड किया गया है,जिसके ज़रिए शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति एवं शैक्षणिक गतिविधियों का विश्लेषण किया जा रहा है। स्कूलों में होने वाले यूनिट टेस्ट,तिमाही,छमाही,प्री बोर्ड और अंतिम परीक्षा के परिणाम इसमें फीड किए जाएंगे,जिसके बाद विश्लेषण के आधार पर कमजोर और बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्कूल,शिक्षक और छात्रों का डाटा उपलब्ध होने पर बेहतर करने की दिशा में कार्य किया जाएगा। इस सत्र से प्रारंभ किए गए इस एप में यूनिट टेस्ट के परिणाम फीड किए गए है। पिंगुआ ने इस अभिनव पहल की सराहना करते हुए आने वाले समय के लिए इसे मील का पत्थर बताया।
एमडी अमित कुमार ने बताया कि इस कमांड सेंटर से शहर के सभी स्ट्रीट लाइटों की मॉनिटरिंग होगी। इसके लिए एप्लीकेशन तैयार किया जा रहा है। वर्तमान में स्ट्रीट लाइट खराब या बंद होने पर रात में मॉनिटरिंग टीम नोट करती है फिर सुबह दूसरी टीम उसे ठीक करती है। एप के जरिए मॉनिटरिंग करने से उसमें फीड डाटा के आधार पर स्ट्रीट लाइट की मरम्मत का काम त्वरित गति से हो सकेगा।