32 साल की उम्र में हिजबुल्लाह की कमान संभालने वाले हसन नसरल्लाह अब जिंदा नहीं हैं।
इजरायल ने खुफिया इनपुट पर उत्तर पूर्वी लेबनान के बेका घाटी इलाके में हवाई हमला किया और नसरल्लाह समेत उसकी बेटी और कई लोगों को एक झटके में मार डाला डाला।
नसरल्लाह 2006 के बाद से इजरायली हमले के डर से कभी सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आए। वे सिर्फ अपने वीडियो के जरिए ही लोगों को संदेश भेजते थे।
रिपोर्ट है कि हिजबुल्लाह के भीतर घुसपैठिए की सूचना पर नसरल्लाह मारे गए।
इजरायल के पेजर, वॉकी-टॉकी अटैक, हथियारों के जखीरों का खात्मा और कई हिजबुल्लाह कमांडरों की हत्या इसी खुफिया जानकारी के बाद अंजाम दी गई। इजरायल इसपर पिछले 20 साल से इस पर काम कर रहा था और यह अब काम आ रहा है।
इजरायल को कैसे मालूम हुआ कि हसन नसरल्लाह ईरानी सेना के डिप्टी जनरल और अपने परिवार के साथ लेबनान स्थित हिजबुल्लाह हेडक्वार्टर में मीटिंग कर रहा है? नसरल्लाह की हत्या के बाद हिजबुल्लाह के सामने घुसपैठियों की फौज से निपटना बड़ी चुनौती बन गया है।
इजरायल लगातार मिल रही सटीक सूचनाओं के आधार पर हिजबुल्लाह को खत्म कर रहा है। एक हफ्ते के भीतर इजरायल ने हिजबुल्लाह को जिस तरह तबाह कर दिया है, उतनी जल्दी और आसानी से हमास पर विजयी नहीं हुई।
नेतन्याहू ने अमेरिका से दिया हमले का ऑर्डर
बताया जा रहा है कि शुक्रवार रात को इजरायली सेना को हिजबुल्लाह के अंदर बैठे इजरायली सोर्स ने नसरल्लाह की लोकेशन बताई।
उस वक्त इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू न्यूयॉर्क सम्मेलन के लिए गए थे। नेतन्याहू ने अमेरिका से ही सेना को हमले का ऑर्डर दिया और सेना की लड़ाकू टोली ने लेबनान में कूच किया और 18 साल से अंडरग्राउंड नसरल्लाह को मार डाला।
इजरायल के इस ऑपरेशन से पता चलता है कि हिजबुल्लाह के भीतर क्या चल रहा है? उसे पूरी जानकारी है।
20 साल से हिजबुल्लाह में घुसपैठ
इजरायल ने जिस अंदाज में सैकड़ों बमों से भरे पेजर और वॉकी-टॉकी से विस्फोट किए और इजरायल में बैठे-बैठे हिजबुल्लाह आतंकियों को मार डाला।
यह खुफिया जानकारी होने का पहला सबूत है। इतना ही नहीं इसके बाद एक ही वार में 1600 ठिकानों पर हमले करके 700 लोगों को मार डाला।
हालांकि इस ऑपरेशन में सैकड़ों मासूम भी मारे गए। फिर हिजबुल्लाह के ड्रोन कमांडर मोहम्मद सुरूर को मार डाला। अब कमांड मुख्यालय पर हमला करके नसरल्लाह की हत्या कर दी। हफ्तेभर में इजरायल हिजबुल्लाह के शीर्ष नेतृत्व की हत्या कर चुका है।
इजरायली समर्थक एक सूत्र ने हमले से 24 घंटे पहले बताया था कि इजरायल ने 20 वर्षों तक हिजबुल्लाह पर खुफिया प्रयासों को केंद्रित किया है और वह जब चाहे नसरल्लाह पर हमला कर सकता है, यहां तक कि मुख्यालय पर भी। उसने इजरायल की खुफिया जानकारी को “शानदार और बेहद सटीक” बताया, हालांकि विस्तृत जानकारी नहीं दी।
पेजर अटैक के बाद अलर्ट थे नसरल्लाह
रिपोर्ट है कि हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह 17 सितम्बर के पेजर विस्फोटों के बाद से अधिक सतर्क हो गए थे, क्योंकि उसे डर था कि इजरायल उन्हें मारने की कोशिश करेगा।
इज़रायली सेना का कहना है कि उसने इस साल हिज़्बुल्लाह के नौ सबसे वरिष्ठ सैन्य कमांडरों में से आठ को मार गिराया है।
वहीं, 17 और 18 सितम्बर को पेजर और वॉकी-टॉकी के विस्फोट से लगभग 1500 हिजबुल्लाह लड़ाके अपंग हो गए थे।
हिजबुल्लाह के मीडिया कार्यालय ने समूह के भीतर इजरायली घुसपैठिए को लेकर टिप्पणी देने से इनकार कर दिया है।
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