कवर्धा
कबीरधाम जिले के बोडला विकासखंड के ग्राम सोनवाही के पारा-टोला सरेंडा निवासी तीन ग्रामीणों की मृत्यु का कारण दूषित जल पीने या डायरिया से नहीं हुई है. तीन ग्रामीणों की मृत्यु का कारण अलग-अलग है. एक ग्रामीण महिला की मृत्यु रायपुर के डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय में हुई है. ये बातें कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देश पर बनी तीन सदस्यीय जांच टीम ने कलेक्टर को सौंपी अपनी जांच रिपोर्ट में बताई है.
कलेक्टर जनमेजय महोबे को बोडला विकासखण्ड के ग्राम सोनवाही के आश्रित पारा-टोला सरेंडा में तीन ग्रामीणों की मृत्यु होने की सूचना मिली थी. कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग, पीएचई और अनुविभागीय अधिकारी बोडला के साथ सरेंडा गांव का अवलोकन किया था और पीड़ित परिवारों से आवश्यक चर्चा की थी. कलेक्टर ने तीन ग्रामीणों की मृत्यु की वास्तविक कारणों की जांच के लिए कार्यपालन अभियंता पीएचई, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बोडला, और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कवर्धा की तीन सदस्यीय जांच टीम बनाई थी. जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी है.